संस्थान की स्थापना वर्ष 1988 में नासिक रोड, महाराष्ट्र में भारतीय रेलवे के विद्युत इंजीनियरों और गाडी – परिचालनमें शामिल अन्य विभागों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए की गई थी। यह मुंबई से लगभग 188 किलोमीटर उत्तर पूर्व में नासिक रोड पर स्थित है। संस्थान का नेतृत्व निदेशक द्वारा किया जाता है। उनकी नौ विशेषज्ञ संकाय सदस्यों द्वारा सहायता की जाती है, जिनके पास तकनीकी योग्यताओं के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव भी है।
जैसा कि रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित किया गया है, संस्थान एक सांविधिक उपाय के रूप में निम्न प्रशिक्षण प्रदान करता है:
1.भारतीय रेल विद्युत इंजीनियरिंग सेवा के, परिवीक्षाधीन (प्रोबेशन) अधिकारियों को।
2.विद्युत विभाग के कामकाज के सभी पहलुओं पर एकीकृत अभिविन्यास पाठ्यक्रम के लिए वर्ग-ए सेवाओं में सम्मलित किये जाने से पहले वर्ग-बी अधिकारियों को।
3.चयनित वर्ग में पदोन्नति के लिए विचार करने से पहले कनिष्ठ प्रशासनिक वर्ग अधिकारियों को वरिष्ठ व्यावसायिक विकास पाठ्यक्रम के लिए।
उपरोक्त के अतिरिक्त, नवीनतम तकनीकी जानकारी, क्षेत्रीय रेलों से प्राप्त अनुरोधों और विशेष विषयों पर वर्षभर अल्पावधि विशेष पाठ्यक्रम भी संचालित किए जाते हैं।
विद्युत इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों के कई पहलुओं को लेकर प्रतिबद्धताओं के साथ, भारतीय रेल विद्युत इंजीनियरिंग संस्थान (IRIEEN) प्रशिक्षु अधिकारियों के मध्य उत्कृष्ठ प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी भूमिका के प्रति तेजी से सजग हो रहा है। बुनियादी से उन्नत स्तर तक के, रेलवे विद्युत इंजीनियरिंग के अधिकांश पहलुओं को आवरित (कवर) करने वाले पाठ्यक्रम वर्षभर आयोजित किए जाते हैं। भारतीय रेल विद्युत इंजीनियरिंग संस्थान (IRIEEN) लचीले ढंग से आज के परिवर्तनों का जवाब दे रहा है और नए युग के लिए इंजीनियरों (अभियन्ताओं) को तैयार कर रहा है।
उपरोक्त उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए भारतीय रेल विद्युत इंजीनियरिंग संस्थान (IRIEEN) ने विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना विकसित की है।